पृथ्वी पर मानव एवं कृषि की उत्पत्ति के साथ ही साथ खरपतवार की भी उत्पत्ति हुई। खरपतवार फसलों से भूमि, मृदा जल, स्थान, पोषक तत्वों व फसल वृद्धि आदि से प्रतिस्पर्द्धा करते हैं। और फसलों को दिया जाने वाला विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व, जल आदि को ग्रहण करके वे फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे फसल उत्पादन के प्रति इकाई क्षेत्रफल में शुद्ध लाभ में कमी हो जाती हैं। कभी-कभी तो खरपतवार द्वारा फसलों की उपज में हानि 90% तक हो जाती है। खरपतवार वह पौधा है, जो बिना चाहे खेत में फसल के साथ उगता है। खरपतवार वे अवांछित पौधे हैं जो किसी स्थान पर बिना बोए उगते हैं और जिनकी उपस्थित किसान को लाभ की तुलना में हानिकारक अधिक है।
इमाज़ेथापायर 10% एसएल किन किन फसलों पर प्रयोग होता है?
- सोयाबीन
- मूंगफली
रासायनिक संरचना/संघटक - इमाज़ेथापायर 10% एसएल (Imazethapyr 10% SL) -घास, मोथा कुल और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों की रोकथाम के लिए बहुउपयोगी चुनिंदा खरपतवारनाशक
इमाज़ेथापायर 10% एसएल का विवरण-
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल इमिडोजोकिनोन रसायन समूह से संबंधित खरपतवारनाशक है।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल का प्रयोग की घास कुल, डिला प्रजाति एवं चौडी पत्ती वाले खरपतवारों के नियंत्रण हेतू सोयाबीन एवं मूंगफली की फसलों में सिफारिश की गई हैं।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल एक अतप्रवाही खरपतवारों है जो खरपतवारों की पत्तियों एवं जड़ों द्वारा जल्दी ही अवशोषित हो जाता है। इसका असर जमीन में लम्बे समय तक बना रहता है। जिससे नये उगने वाले खरपतवारों की रोकथाम होती रहती है।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल एसिटेलेक्ट्रेट सिथेज एन्जाइम को अवरुद्ध कर देता है। जिसके फलस्वरूप खरपतवारों में DNA के निर्माण एवं कोशिकाओं की वृद्धि भी रूक जाती है।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल का प्रयोग फसल की बुआई के 10-14 दिन के अन्दर शीघ्र उगे हुए खरपतवारों के रोकथाम के लिए किया जाता है।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल के साथ सरफेक्टेंट को साथ मिलाकर छिड़काव करना चाहिए
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल फसल की प्रारम्भिक अवस्था में सुरक्षा प्रदान करना है। जिसमें उनके द्वारा किया जाने वाला नुकसान रूक जाता है।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल दूसरों खरपतवारनाशियों के साथ मिलाकर भी प्रयोग किया जा सकता है।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल का प्रयोग एकसार बिना दोहराए करना चाहिए।
- इमाज़ेथापायर 10% एसएल की प्रयोग अवस्था चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों की 2-3 पत्ती की अवस्था तथा घास कुल के खरतपवारों की 2-3 से भी उंचाई वाली अवस्था
फसल |
खरपतवार |
मात्रा
प्रति ग्राम एकड़ |
अन्तिम
छिड़काव तथा फसल काटने के बीच अन्तराल (दिनों |
|
सरंचना
(ग्राम) |
पानी
(लीटर) में) |
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मूंगफली |
छतरीवाला मोथा, कनकीआ बोकना), पत्थर चट्टा (इटसिट), चिड़िया घास इत्यादि |
400-600 मि.ली. |
200-280 |
90 |
सोयाबीन |
छतरीवाला मोठा लाल सौवा, जंगली धान, बड़ी दूधी, वन
मिर्च, लहसुआ (तांदला), कनकौआ
(बोकना) इत्यादि |
300-400 मि.ली. |
200-240 |
75 |
सावधानियां- कृपया इस्तेमाल करने से पहले संलग्न लेबल और लीफलेट को पढ़ ले और प्राप्त निर्देशों का पालन करें। उत्पादों के पैकेट का निपटान सुरक्षित ढंग से किया जाना चाहिए, ताकि पर्यावरण और जल प्रदूषण ना हो।