पेंडिमेथालिन 38.7% CS क्या है?
पेंडिमेथालिन 38.7% CS
एक चयनात्मक व्यापक स्पेक्ट्रम अंकुरण पूर्व प्रयोग किया जाने वाला
खरपतवारनाशक (Selective and Broad Spectrum, Pre-emergent Weedicide) है जो Dinitroaniline रासायनिक समूह से है जिसका
प्रयोग घास वाले खरपतवार और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार, एकवर्षीय
खरपतवार को मारने के लिए विभिन्न फसलों में किया जाता है। पेंडिमेथालिन 38.7% CS
एक आधुनिक व एडवांस कैप्सूल तकनीक (Capsule Technology) पर आधारित होता है जिसमें सक्रिय घटक (Active Ingredient) कैप्सूल के रूप में पैक होता है और स्प्रे किये जाने पर इसके अणु मिट्टी
की सतह में धीरे-धीरे छूटते हैं और नए उगने वाले खरपतवारों को लंबे समय तक
नियंत्रित करते हैं ।
यह एक प्री इमरजेंस (Pre Emergence) खरपतवारनाशक है जो प्रणालीगत और अवशिष्ट क्रिया (Systemic & Residual Action) द्वारा इससे प्रभावित खरपतवार को निष्क्रिय कर लंबे समय तक फसलों को खरपतवार से मुक्त रखता है। इसे घास के अंकुरण के पूर्व प्रयोग करते हैं।
पेंडिमेथालिन 38.7% CS का प्रयोग कब करना चाहिए?
पेंडिमेथालिन 38.7% CS का प्रयोग खरपतवार मारने के लिए फसल बुवाई के तुरंत बाद 3 दिन के अन्दर करना चाहिए जब फसल के साथ-साथ खरपतवार के बीजों का भी अंकुरण नहीं हुए रहता है या अंकुरण अवस्था में होता है। पेंडिमेथालिन 38.7% CS के स्प्रे करने पर यह मिट्टी में एक पतला सा स्तर/लेयर बना लेता है जिससे यह उगते हुए अथवा अंकुरण होते हुए खरपतवार द्वारा अवशोषित होकर उन पर तेजी से काम करता है।
पर्यावरणीय विषाक्तता - पेंडिमेथालिन के प्रमुख चयापचय मार्गों में 4-मिथाइल और एन-1इथाइल समूहों का हाइड्रॉक्सिलेशन, इन एल्काइल समूहों का कार्बोक्जिलिक एसिड में ऑक्सीकरण, नाइट्रो-कमी, चक्रीकरण और संयुग्मन शामिल है। पक्षियों, मैलार्ड बत्तख, बॉबव्हाइट बटेर के लिए विषाक्त नहीं है। यह मछली, रेनबो ट्राउट, ब्लूगिल सनफिश, चैनल कैटफ़िश के लिए बहुत जहरीला है। यह कीड़ों के लिए गैर विषैला है। यह मधुमक्खियों के लिए गैर विषैला होता है।
उपयोग - पेंडिमेथालिन
डाइनिट्रोएनिलिन वर्ग का एक शाकनाशी है जिसका उपयोग वार्षिक घास और कुछ चौड़ी
पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए उद्भव से पहले और उद्भव के बाद के
अनुप्रयोगों में किया जाता है। यह कोशिका विभाजन और कोशिका बढ़ाव को रोकता है।
- इसका उपयोग अधिकांश वार्षिक घासों और कुछ चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
- सोयाबीन, कपास, मिर्च में उपयोग के लिए इसकी अनुशंसा की जाती है।
- यह गेहूं, मक्का, सोयाबीन आलू, गोभी, मटर, गाजर और शतावरी जैसी फसलों की रक्षा करता है। इसका उपयोग वार्षिक घासों और कुछ चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है जो विकास में बाधा डालते हैं।
- यह जड़ और अंकुर के विकास को रोकता है। यह खरपतवारों की संख्या को नियंत्रित करता है और खरपतवारों को उभरने से रोकता है, खासकर फसल के महत्वपूर्ण विकास चरण के दौरान।
- इसका उपयोग अधिकांश वार्षिक घासों और कुछ चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
- इसे Pre emergence के रूप में प्रयोग करना चाहिए और यह Systemic है व लगे हुुए फसल में लंबे समय तक खरपतवारों का प्रभावकारी नियंत्रण करता है लेकिन इसका Residual Effect लंबे समय तक नहीं रहता जिससे बाद में लगने वाले फसल को विपरीत प्रभाव से बचाता है।
- इसका उपयोग अधिकांश वार्षिक घासों और कुछ चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
- स्प्रे करते समय- स्प्रे करते हुए आगे की ओर नहीं चलना है बल्कि पीछे की ओर जाते हुए स्प्रे करना है (Reverse Walking Spray) आगे की ओर स्प्रे करते हुए जाने से इसके स्प्रे से बनने वाली लेयर टूट जाती है जहाँ पर खरपतवार उग आते हैं और खरपतवार का प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पाता।
- पेंडिमेथालिन 38.7% CS को सोयाबीन, कपास, मिर्च में उपयोग के लिए अनुशंसित किया गया है।
- इसके स्प्रे के बाद स्प्रे टैंक को अच्छी तरह धोकर अन्य फसलों में स्प्रे हेतु प्रयोग करना चाहिए।
- यह एडवांस कैप्सूल तकनीक पर आधारित है जिसमें एआई को छोटे कैप्सूल में पैक किया जाता है और लक्षित पौधों की पत्तियों और जड़ों दोनों के माध्यम से अवशोषित किया जाता है
- यह उन्नत तकनीक पर आधारित है जिससे बढ़े हुए तापमान पर रसायन वाष्पित नहीं होता है।
- कैप्सूल लॉक्ड पेंडिमेथालिन 38.7% CS मिट्टी में बना रहता है, इसलिए किसान को स्प्रे और सिंचाई के बीच समय दें।
- यह मिट्टी पर फैलता है और खरपतवार के बीज के अंकुरण के समय कोशिका विभाजन को बाधित करता है।
- यह ई. कोलोनम, कॉमेलिना एसपीपी., डिजिटेरिया सेंगुइनैलिस, डैक्टाइलोक्टिनम एजिपटियम, ऐमारैंथस विरिडिस, यूफोरबिया जेनिकुलाटा आदि को नियंत्रित करता है।
- इसका फसलों और मिट्टी पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं दिखता है।
- यह खरपतवारनाशक कैप्सूल फॉर्म में रहकर मिट्टी में धीरे-धीरे रीलीज होता है जो इसे लंबे समय तक प्रभावकारी बनाता है।
- इसका बार-बार प्रयोग करने पर खरपतावार में प्रतिरोध उत्पन्न हो सकता है।
- निर्धारित खुराक से अधिक प्रयोग नहीं करना चाहिए नहीं तो मुख्य फसल में भी विपरीत प्रभाव देखने को मिल सकता है।
- इसे अन्य कीटनाशक व फफूँदनाशक में मिलाकर उपयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इसे एकल स्प्रे करना चाहिए।
- कोई अवशिष्ट प्रभाव नहीं पड़ता जिससे आगामी फसलों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता।
फसल |
खरपतवार प्रजाति |
खुराक / एकड़ (ML) |
पानी (लीटर) |
प्रतीक्षा अवधि (दिन) |
सोयाबीन |
जंगली
धान,
वाइपर घास, क्रैब घास, पैरा घास, मकड़ा, जंगली पालक,
जंगली चौलाई, हुरहुर, बड़ी
दुद्धी, |
600-700 |
200 |
40 |
कपास |
पंचफूली, पैरा
घास, जंगली पालक, जंगली चौलाई,
गाजर घास या कांग्रेस ग्रास, कनकउआ या केना,
क्रैब घास, जंगली धान,वाइपर
घास, कुश |
600-700 |
200 |
101 |
मिर्च |
कनकउआ या
केना,
गाजर घास या कांग्रेस ग्रास, लहसुआ या
लटमहूरिया, जंगली धान,वाइपर घास,
पैरा घास, जंगली पालक,जंगली
चौलाई |
600-700 |
200 |
98 |
प्याज |
मकरा,वाइपर
घास, क्रैब घास, सांवा प्रजाति के
घास,जंगली पालक, कनकउआ या केना,
जंगली चौलाई, पत्थरचट्टा् |
600-700 |
200 |
104 |
नोट:- कृपया खरपतवारनाशक प्रयोग से पूर्व पैकिंग में दिए गए लीफलेट को पढ़ें व दिए गए दिशा निर्देश का पालन करें। खरपतवारनाशक का प्रयोग करने के बाद पैकिंग को सुरक्षित तरीके से निपटान करें ताकि पर्यावरण व जल प्रदूषण को रोका जा सके।खरपतवारनाशक के प्रयोग में हमेशा फ़्लैट जेट नोजल अथवा फ़्लैट फैन नोजल का प्रयोग करना चाहिए।